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Homeopathic treatment for acne || Bhavana Homeo Clinic || Homeopathic Doctor in mau

मुँहासा (Acne):

मुँहासे एक पुरानी (Chronic), ​​शोथ (Inflammatory condition) त्वचा की स्थिति है जो त्वचा पर
धब्बे और फुंसियों का कारण बनती है, विशेष रूप से चेहरे, कंधे, पीठ, गर्दन, छाती और ऊपरी बांहों
पर।
व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, पिंपल्स, सिस्ट और नोड्यूल सभी प्रकार के मुंहासे हैं।
यह आमतौर पर यौवन के दौरान होता है, जब तैलीय ग्रंथियां सक्रिय होती हैं, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकती है। यह खतरनाक नहीं है, लेकिन यह त्वचा के दाग छोड़ सकता है।
          ग्रंथियां तेल का उत्पादन करती हैं और पुरुषों और महिलाओं दोनों में अधिवृक्क ग्रंथियों द्वारा निर्मित पुरुष हार्मोन द्वारा उत्तेजित होती हैं।

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मुंहासा (Acne) - Bhavana Homeo Clinic


मुँहासा पर तेजी से तथ्य (quick view on acne ):

यहाँ मुंहासे के बारे में कुछ तथ्य दिए गए हैं | अधिक विस्तार मुख्य लेख में है |

  • मुँहासे एक त्वचा रोग है जिसमें बालों के रोम के आधार (base of hair follicles) पर तेल ग्रंथियां होती हैं।
  • यह 11 से 30 वर्ष की आयु के प्रत्येक 4 लोगों में से 3 को प्रभावित करता है।
  • यह खतरनाक नहीं है, लेकिन यह त्वचा के दाग छोड़ सकता है।उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितना गंभीर और लगातार है।
  • जोखिम कारकों (risk factors) में जेनेटिक्स, मासिक धर्म चक्र, चिंता और तनाव, गर्म और आर्द्र जलवायु, तेल-आधारित मेकअप का उपयोग करना और पिंपल्स को निचोड़ना शामिल है।



प्रकार (Types):


निम्नलिखित प्रकार संभव हैं:
  • व्हाइटहेड्स (Whiteheads): ये त्वचा के नीचे रहते हैं और छोटे होते हैं |
  • ब्लैकहेड्स (Blackheads): स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं, वे काले होते हैं और त्वचा की सतह पर दिखाई देते हैं|
  • पपल्स(Papules): छोटे, आमतौर पर गुलाबी धक्कों, ये त्वचा की सतह पर दिखाई देते हैं |
  • पस्ट्युल्स(Pustules): त्वचा की सतह पर स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। वे अपने आधार पर लाल होते हैं और शीर्ष पर मवाद रखते हैं |
  • नोड्यूल्स (Nodules): त्वचा की सतह पर स्पष्ट रूप से दिखाई देना। वे बड़े, ठोस, दर्दनाक pimples हैं जो त्वचा में गहराई से धंसे होते हैं |
  • सिस्ट (Cyst) : त्वचा की सतह पर स्पष्ट रूप से दिखाई देना। वे दर्दनाक और मवाद से भरे हुए हैं।



कारण (Cause):

मानव त्वचा में छिद्र होते हैं जो त्वचा के नीचे तेल ग्रंथियों से जुड़ते हैं। कूप(follicles) ग्रंथियों को रोम छिद्रों से जोड़ते हैं। कूप (follicle) छोटे थैली (small sac) होते हैं जो तरल का उत्पादन और स्राव करते हैं।
             ग्रंथियां एक तैलीय तरल उत्पन्न करती हैं जिसे सीबम कहा जाता है। सेबम मृत त्वचा कोशिकाओं को रोम के माध्यम से त्वचा की सतह तक पहुंचाता है। एक छोटा बाल त्वचा के बाहर कूप(follicle) के माध्यम से बढ़ता है। जब ये रोम(follicles) अवरुद्ध हो जाते हैं, और त्वचा के नीचे तेल बनता है, तो pimples बढ़ते हैं।
                    त्वचा की कोशिकाएं, सीबम और बाल एक प्लग(plug) में एक साथ इकट्ठा(clump together) हो सकते हैं। यह प्लग(plug) बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाता है, और परिणामस्वरूप सूजन हो जाता है। जब प्लग टूटने लगता है तो एक pimple विकसित होने लगती है। Propionibacterium acnes (P. acnes) बैक्टीरिया का नाम है जो त्वचा पर रहते हैं और पिंपल्स के संक्रमण में योगदान करते हैं।

हार्मोनल कारक (Hormonal factor):

कारकों(factors) की एक श्रृंखला मुँहासे को ट्रिगर करती है, लेकिन मुख्य कारण एंड्रोजन के स्तर में वृद्धि माना जाता है।
             एण्ड्रोजन एक प्रकार का हार्मोन है, जिसका स्तर किशोरावस्था शुरू होने पर बढ़ता है। महिलाओं में, यह एस्ट्रोजेन में परिवर्तित हो जाता है।
           बढ़े हुए एण्ड्रोजन का स्तर त्वचा के नीचे तेल ग्रंथियों को बढ़ने का कारण बनता है। बढ़ी हुए ग्रंथि(enlarged gland) अधिक सीबम का उत्पादन करते हैं। अत्यधिक सीबम, छिद्रों में सेलुलर दीवारों को तोड़ सकता है, जिससे बैक्टीरिया बढ़ता है।

अन्य संभावित कारण  (Other possible factors ):

अन्य कारणों में शामिल हैं -
  • कुछ दवाएं जिनमें एण्ड्रोजन और लिथियम होते हैं
  • चिकना सौंदर्य प्रसाधन (greasy cosmetics)
  • हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal changes)
  • भावनात्मक तनाव (Emotional stress)
  • मासिक धर्म (Menstruation)
  • आनुवांशिक कारक


रोकथाम और प्रबंधन (Prevention & Management):

यहाँ त्वचा की देखभाल करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनमें मुंहासे हैं या इसका खतरा है।
  • विशेष रूप से मुँहासे के लिए बनाए गए mild soap और गर्म पानी से अपने चेहरे को धोएं लेकिन बहुत अधिक भी न धोएं।
  • खूब सारा पानी पियें
  • हरी सब्जियाँ और फल अपने खाने में शामिल करें और तैलीय चीजों को न खाएं |
  • त्वचा पर स्क्रब न करें या पिंपल न फोड़ें।
  • चेहरे को बार बार  छूने से बचना चाहिए।
  • लोशन, क्रीम या मेकअप लगाने से पहले,  हाथ ठीक से धोएं।
  • यदि पीठ, कंधे या छाती पर मुंहासे हैं, तो त्वचा को सांस लेने देने के लिए ढीले कपड़े पहनें। तंग कपड़ों, जैसे कि हेडबैंड, कैप और स्कार्फ से बचें।
  • संवेदनशील त्वचा के लिए मेकअप चुनें और तेल आधारित उत्पादों से बचें। सोने से पहले मेकअप हटा दें।
  • शेविंग करते समय एक इलेक्ट्रिक शेवर या तेज सुरक्षा रेज़र का उपयोग करें। शेविंग क्रीम लगाने से पहले गर्म साबुन के पानी से त्वचा और दाढ़ी को मुलायम बनाएं।
  • बालों को साफ रखें, क्योंकि यह सीबम और त्वचा के अवशेषों को इकट्ठा करता है। कोकोआ बटर युक्त चिकना बाल उत्पादों से बचें।
  • अत्यधिक धूप के संपर्क में आने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा अधिक सीबम का उत्पादन कर सकती है।
  • चिंता और तनाव से बचें, क्योंकि यह कोर्टिसोल और एड्रेनलीन के उत्पादन को बढ़ा सकता है, जो मुँहासे को बढ़ाता है।
  • पसीने को रोकने के लिए गर्म और नम जलवायु में ठंडा और सूखा रखने की कोशिश करें।
  • मुंहासे एक आम समस्या है। यह गंभीर शर्मिंदगी पैदा कर सकता है, लेकिन उपचार उपलब्ध है, और यह कई मामलों में प्रभावी है।

इलाज़ (Treatment):

मुँहासे को होमियोपैथी द्वारा सफलतापूर्वक जड़ से ठीक किया जा सकता है | इसमें बहुत सी दवाएँ लाभप्रद हैं जैसे-Sulphur, Pulsatilla, Berberis aq, Calc-sil, Kali-br, Eug, Sil, Nat-m, Carb-an, Bell, इत्यादि और भी बहुत सारी दवाएँ हैं जो इसमें अच्छा काम करती हैं |
                  होमियोपैथी द्वारा इलाज़ रोग के लक्षणों के आधार पे किया जाता है | अतः अपने से कोई दवा का सेवन ना करें | 


मुँहासे के सम्पूर्ण उपचार के लिए एक बार ज़रूर संपर्क करें |
                             (Contact us for complete treatment for Acne)




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Homeopathic treatment for acne || Bhavana Homeo Clinic || Homeopathic Doctor in mau Homeopathic treatment for acne || Bhavana Homeo Clinic || Homeopathic Doctor in mau Reviewed by Bhavana Homeo Clinic on January 12, 2019 Rating: 5

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